बेल लैब्स ने यूनिक्स, रोफ्फ़ और संपादक से बने इस प्रारंभिक “पाठ संसाधन प्रणाली” को प्रत्यक्ष अनुप्रयोगों के पाठ संसाधन के लिए इस्तेमाल किया.
2.
बेल लैब्स ने यूनिक्स, रोफ्फ़ और संपादक से बने इस प्रारंभिक “पाठ संसाधन प्रणाली” को प्रत्यक्ष अनुप्रयोगों के पाठ संसाधन के लिए इस्तेमाल किया.
3.
युनिकोड अक्षर-कूटों में पाठ संसाधन तथा भण्डारण होता है, जबकि पारम्पिक रूप में स्क्रीन पर प्रदर्शन तथा मुद्रण करने के लिए ओपेन टाइप फोंट में अन्तःनिर्मित अक्षरों के टुकड़ों या संयुक्ताक्षरों (glyphs) का ही प्रयोग करना करना पड़ता है।
4.
1. पाठ को वर्णक्रमानुसार सजाने (alphabetical sorting) नहीं की जा सकती, क्योंकि सीमित स्थान के कारण इनमें केवल वर्णों / अक्षरों के टुकड़ों (glyphs) को शामिल करके येन-केन प्रकारेण हिन्दी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में पाठ संसाधन, प्रदर्शन व मुद्रण करना पड़ता है।
5.
Adobe, Macromedia, Quark आदि कम्पनियों द्वारा आपरेटिंग सीस्टम के Rendering Engine (यथा माईक्रोसॉफ्ट के Uniscribe, USP, लिनक्स के Pango इत्यादि) का समर्थन / सहयोग लेकर युनिकोड कूटों में पाठ संसाधन (Text processing) की जाए, (भले ही इसके लिए उन्हें अतिरिक्त रॉयल्टी आदि का भुगतान करना पड़े) किन्तु प्रिंट कमाँड या छपाई-पूर्व (pre-press) कार्यों के लिए डिजाइनकृत-पृष्ठ को भेजने के पूर्व सारा पाठ OT Fonts के Glyphs में यथा-आवश्यक क्रम में परिवर्तित कर दिया जाए।